
समाचार गढ़ 6 मई 2025 वर्तमान में साइबर अपराधियों ने ठगी के नए हथकंडे अपनाते हुए व्हाट्सएप को माध्यम बनाया है। ये ठग किसी प्रतिष्ठित कंपनी या फर्म के चेयरमैन, एमडी या अन्य वरिष्ठ अधिकारी की तस्वीर को अपने व्हाट्सएप प्रोफाइल पर लगाकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। वे स्वयं को उसी संस्था का अधिकारी बताते हुए कनिष्ठ कर्मचारियों से मीटिंग में व्यस्त रहने या आपातकालीन स्थिति का बहाना बनाकर रूपये या संवेदनशील जानकारी मांगते हैं।
राजस्थान पुलिस की साइबर शाखा ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी कर आमजन को सतर्क किया है। साइबर क्राइम के महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि इन अपराधों पर रोक लगाने और लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अपराधी नया मोबाइल नंबर बताकर उसे सेव करने को कहते हैं और फिर किसी प्रोजेक्ट के नाम पर या आपात स्थिति का हवाला देकर पैसे संदिग्ध खातों में ट्रांसफर करने के निर्देश देते हैं। कई बार जल्दबाजी में कर्मचारी इसे असली आदेश मान बैठते हैं और फर्म के खाते से पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।
डीजी प्रियदर्शी ने आगाह किया है कि किसी भी व्हाट्सएप प्रोफाइल पर लगी तस्वीर देखकर धोखे में न आएं। किसी भी संदेश या कॉल की पुष्टि संस्था के आधिकारिक माध्यम से अवश्य करें और अनजान नंबरों पर भरोसा न करें। सत्यापन के बाद ही कोई भी कदम उठाएं।
सावधानी ही सुरक्षा है — सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।