
समाचार गढ़, 11 जून 2025। राजस्थान में भीषण गर्मी ने जनजीवन को बेहाल कर दिया है। दिन-रात के तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और राज्य के कई हिस्सों में हीटवेव और तीव्र हीटवेव का दौर जारी है। हालांकि 17 जून से मूसलाधार बारिश की संभावनाओं ने राहत की उम्मीद भी जगा दी है।
राजस्थान में बीते चार दिनों से गर्मी का प्रकोप तेज होता जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार दिन और रात के तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में आगामी सप्ताह मौसम शुष्क रहने की संभावना है, जिससे हीटवेव, तीव्र हीटवेव और ऊष्णरात्रि का असर बना रहेगा। मौसम केंद्र जयपुर की रिपोर्ट के अनुसार, गंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में अगले 2 से 3 दिनों तक अधिकतम तापमान 47 से 48 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग में भी आगामी 3 से 4 दिन तक हीटवेव और ऊष्णरात्रि की स्थिति बनी रहेगी। मंगलवार को राज्य के 12 शहरों में दिन का तापमान 44 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया, जबकि सबसे अधिक तापमान 47.4 डिग्री दर्ज हुआ। चार शहरों में रात का न्यूनतम तापमान भी 31 डिग्री से अधिक रहा। मौसम विभाग ने बताया कि 11 से 14 जून तक राज्य में मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा, हालांकि कहीं-कहीं प्री-मानसून गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। 15 जून से पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर प्रभाव के चलते राज्य के कुछ इलाकों में हल्की बारिश की शुरुआत हो सकती है। 16 जून को बारिश की गतिविधियां और तेज होंगी और दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में प्री-मानसून बारिश सक्रिय होगी। 17 से 18 जून के बीच कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ जैसे जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। यह गतिविधियां 20 जून तक दक्षिणी-पूर्वी और मध्य राजस्थान में केंद्रित रहेंगी।
मानसून प्रवेश की संभावना
20 से 25 जून के बीच मानसून के राज्य में प्रवेश की संभावना है। 21-22 जून के मध्य दक्षिणी-पूर्वी और मध्य-पश्चिमी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। 21 जून से पूरे प्रदेश में झमाझम मानसून बारिश की शुरुआत हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट और गर्मी से राहत की उम्मीद की जा रही है। अगले कुछ दिन अत्यधिक गर्मी वाले रहेंगे, ऐसे में चिकित्सकों की सलाह है कि आमजन दिन में धूप में निकलने से बचें, पानी और तरल पदार्थों का भरपूर सेवन करें और हीट स्ट्रोक से सतर्क रहें।