समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। आज श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा सहित बीकानेर जिले में सर्दी के मौसम में पाले एवं विगत दो दिनों की बेमौसम बरसात व अतिवृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का आंकलन कर किसानों को राहत देने के मुद्दे पर आवाज उठाने पर स्पीकर महोदय द्वारा मार्शल के माध्यम से सदन से बाहर निकालना किसानों की आवाज दबाने जैसा है। प्रदेश में ओलावृष्टि से किसानों की फसलें तबाह हो गई है और किसान खून के आंसू रो रहा है। किन्तु किसानों के मुद्दे पर बोलने से विधानसभा सदस्यों को रोकना सरकार द्वारा किसानों के हक के साथ छलावा करने जैसा है। मैंने फसल खराबे को लेकर स्थगन प्रस्ताव लगाया किन्तु विधानसभा ने उक्त प्रस्ताव की जगह पुराने प्रस्ताव को कार्यवाही में शामिल कर लिया। ताकि किसानों के मुद्दे पर कोई हंगामा ना हों। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के फसल खराबे का सही आँकलन नहीं किया जाना सरकार द्वारा किसानों के साथ भेदभाव करना है।
विधायक गिरधारीलाल महिया