
समाचार गढ़, 9 अप्रेल, श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के मोमासर बास में बुधवार को एक मार्मिक क्षण उस समय सामने आया जब लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे संतोष कुमार मालू इस दुनिया से विदा हो गए। लेकिन अपनी मृत्यु से पहले उन्होंने ऐसा कार्य कर दिया, जिसे समाज सदियों तक याद रखेगा।
परिवारजनों की प्रेरणा से उन्होंने जीवन रहते ही नेत्रदान का संकल्प लिया था। उनके निधन के तुरंत बाद परिजनों ने सरदारशहर की तेरापंथ युवक परिषद को सूचना दी। सूचना मिलते ही प्राण नाथ हॉस्पिटल, गांधी विद्या मंदिर में संचालित आई बैंक सोसायटी की टीम डॉ. रविंद्र के नेतृत्व में श्रीडूंगरगढ़ पहुंची और नेत्र सुरक्षित रूप से संग्रहित किए।
इस पुण्य कार्य के साक्षी बने उनकी पत्नी हेमा मालू, पुत्री मुस्कान मालू तथा भाई-भाभी लूणकरण- विनिता मालू। नेत्रदान टीम ने सभी परिजनों का आभार जताया और इसे ऐसा महादान बताया, जो दो अनजान जीवनों को उजास देने वाला होगा।
वहीं मौके पर मौजूद कांग्रेस नेता मनोज पारख, सामाजिक कार्यकर्ता विक्रम मालू व सोहनलाल मालू, एईएन मुकेश मालू ने भी इस कार्य की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया। नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष अंजू पारख ने भी संतोष मालू के इस दान को तेरापंथ समाज की गरिमा बढ़ाने वाला बताया।

