समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। शुक्रवार को बिग्गा बास में अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन से सम्बद्ध स्थानीय माहेश्वरी महिला समिति ने कूचबिहार से आई प्रसिद्ध समाज सेवी एवं साहित्यकार कलावती कर्वा का साहित्य मनीषा सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर श्रीमती कलावती कर्वा ने कहा कि साहित्य समाज के भीतर उच्च मूल्यों की प्रतिस्थापना करता है। मैं अपने पीहर में सम्मान प्राप्त कर अभिभूत हूं। साहित्य जगत में श्रीडूंगरगढ़ धरा की बहुत बड़ी पहचान है जो हम सबको गौरवान्वित करती है। उन्होंने माहेश्वरी बहनों से कहा कि उन्हें सात से चौदह वर्ष तक के बच्चों के लिए श्रीडूंगरगढ़ में संस्कार केन्द्र स्थापित करना चाहिए ताकि बच्चों में मानवीय मूल्यों का विकास हो।
साहित्यकार डाॅ चेतन स्वामी ने सम्मानित साहित्यकार कलावती कर्वा को श्रीडूंगरगढ़ का इतिहास ग्रंथ प्रदान किया और उपस्थित जनों से आग्रह किया कि अपने घरों में राजस्थानी भाषा को व्यवहार में लाया जाए, इससे भाषा और संस्कृति दोनों बचेंगी। डाॅ एस के बिहानी का भी इस अवसर पर शाल ओढाकर सम्मान प्रदान किया गया।
माहेश्वरी महिला समिति की अध्यक्षा ललिता सोमानी, संरक्षिका शांति लखोटिया, भारती डागा, कंचन तापड़िया, कोषाध्यक्ष कृष्णा पेड़ीवाल, पूजा लखोटिया, प्रीति सोमानी, किरण सोमानी, सचिव पूनम दरक ने अभिनंदन पत्र, शाल तथा मालाएं पहनाकर सम्मान किया। सरदारशहर के श्री महावीर कर्वा का भी स्वागत किया गया। उल्लेखनीय है कि हाल ही में नाथद्वारा की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था नाथद्धारा साहित्य मंडल द्वारा कलावती कर्वा का सम्मान किया गया है तथा वे देश की अनेक संस्थाओं से सम्मानित हैं। उनकी चार पुस्तकें प्रकाशित हैं।
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