Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
HomeFrontगांवों में कहर बरपा रहा लंपी रोग, पशु पालको की आंखो के...

गांवों में कहर बरपा रहा लंपी रोग, पशु पालको की आंखो के सामने दम तोड़ रहा गौवंश, आंखो में आंसू लिए पशु पालक ताक रहे सरकारी मदद की राह

Samachargarh AD
Samachargarh AD

समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। इन दिनों श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र में लंपी रोग कहर बरपा रहा है ।जिसके कारण हर गांव में प्रतिदिन गौ वंश अकाल मौत के मुंह में समा रहे है अपनी आंखो के सामने अपने पालतू गौ वंश को दम तोड़ता देखकर पशु पालक खून के आंसू रों रहे सरकार से मदद की बाट जोह रहे हैं। लंपी रोग सबसे ज्यादा गर्भवती गौ वंश पर कहर बरपा रहा है। लपी रोग से ग्रसित ग्याभन गौ माता कुछ दिन में दम तोड़ देती है।

कई गौ वंश की हालत तो इतनी दयनीय हो गई है कि देखा नहीं जाता है गौ वंश के शरीर से कीड़े निकल रहे हैं जो गौ वंश के लिए बेहद कष्ट भरा है।

ग्रामीणों की माने तो इस रोग से पीड़ित गौ वंश में रिकिवरी दर बहुत कम नजर आ रहा है पीड़ित गौ वंश कुछ दिन बीमार रहने के बाद खाना पीना बंद कर देता जो बाद में तड़फ तड़फ कर दम तोड़ देता है। सातलेरा गांव के पशु पालको ने बताया कि गांवों में हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे है हर दिन गौ वंश की मौत हो रही है सरकारी स्तर पर अभी तक कोई वैक्सीन गांव तक नहीं पहुंची है ग्रामीण अपने स्तर पर निजी डॉक्टर बुलाकर या फिर देसी जड़ी बूटियों से गोवंश का इलाज करने पर मजबूर है। सातलेरा के ग्रामीणों का कहना है कि हर रोज एक दर्जन के करीब गोवंश मौत के मुंह में समा रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी स्तर पर चाहे मौत का आंकड़ा कम दिखाया जा रहा है लेकिन हकीकत ग्रामीण क्षेत्र में हर रोज सैकड़ों गोवंश मौत के मुंह में समा रहे हैं । कई पशु पालकों के रोजगार का जरिया ही गोवंश है जो उनकी आंखों के सामने तड़प तड़प कर दम तोड़ रहा है जो पशुपालक के लिए बहुत बड़ा दर्द भरा साबित हो रहा है कई पशुपालक तो ऐसे भी है जिनके घर से गोवंश का नामोनिशान ही मिट गया जिनके पास खून के आंसू बहाने के अलावा कोई चारा नजर नहीं आ रहा है। ग्रामीण इलाके के लोगों का कहना है कि चाहे सरकार गोवंश की बीमारी को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही हो लेकिन हकीकत में ग्रामीण क्षेत्र में आज भी पशुपालक निजी डॉक्टरों से इलाज करवाने पर मजबूर है या फिर अपने स्तर पर ही बचाव में जुटे हुए है। अभी तक सरकारी स्तर पर ग्रामीण क्षेत्र में गोवंश के वैक्सीन के लिए ना तो कोई टीम पहुंच रही है और ना ही कोई टीकाकरण हो रहा है जिसके चलते गोवंश के मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है ग्रामीणों का कहना है कि जिस प्रकार से हर रोज गोवंश की मौत हो रही है उस हिसाब से आने वाले दिनों में हालात और खराब होने से इनकार नहीं किया जा सकता । हर रोज हो रही गोवंश की मौत से पशुपालकों की कमर टूटती जा रही है ग्रामीणों की माने तो आवारा गोवंश की हालत तो बेहद खराब होती जा रही है जिसका कोई भी धणी धोरी नजर नहीं आ रहा है। पशुपालकों ने सरकार से राहत भरी नजर से आस लगाते हुए गोवंश में पनपी इस बीमारी से छुटकारा दिलाने के लिए हरगांव में कैंप लगाकर पशुओं के टीकाकरण की मांग की है ताकि अकाल मौत के मुंह में समा रहे गोवंश को बचाया जा सके ।

ग्रामीण क्षेत्र में लगातार हो रही गौ वंश की अकाल मौत से पशु पालक रो रहे खून के आंसू ।सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। फोटो गौरीशंकर तावनिया सातलेरा
Samachargarh AD
RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!